
धनबाद, सोरीताड़
ईस्ट बसुरिया ओपी क्षेत्र के खेमका कैरियर्स आउटसोर्सिंग माइंस में रविवार को दर्दनाक हादसा हो गया। ओवरबर्डन (ओबी) पत्थर गिरने से कोयला चुन रहे तीन लोग दब गए। मौके पर ही सात नंबर निवासी छोटू भुइया की मौत हो गई, जबकि बाघा भुइया गंभीर रूप से घायल हो गए। वहीं, पूजा कुमारी (निवासी एक नंबर कॉलोनी) को गंभीर चोटें आईं। दोनों घायलों को स्थानीय लोगों की मदद से एसएसएनएमसीएच, धनबाद ले जाया गया, जहां पूजा कुमारी की हालत नाजुक बताई जा रही है।
अवैध कोयला कारोबार पर CISF की भूमिका पर सवाल
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि माइंस की सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआईएसएफ की है, बावजूद इसके मजदूर अपनी जान जोखिम में डालकर कोयला चुनने को मजबूर हैं। ग्रामीणों ने कहा कि मजदूरों से खरीदा गया कोयला साइकिल व बाइक सवार लोग ले जाकर सोरीताड़ स्थित चारदीवारी परिसर में बने काटे पर तौलते हैं। इसके बाद वही कोयला ट्रकों में भरकर ऊंचे दामों पर बाहर भेजा जाता है।
जिला परिषद सदस्य का आरोप : “प्रबंधन जिम्मेदार”
घटना पर जिला परिषद सदस्य इसराफिल लाला ने कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि इस मौत के लिए सीधे तौर पर आउटसोर्सिंग प्रबंधन जिम्मेदार है। इलाके की अधिकतर समस्याओं की जड़ यही कंपनियां हैं, जो सुरक्षा मानकों की अनदेखी कर मजदूरों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रही हैं।
ग्रामीणों का आक्रोश
हादसे के बाद पूरे इलाके में गुस्से का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक आउटसोर्सिंग कंपनियां मजदूरों की सुरक्षा और क्षेत्र की समस्याओं पर गंभीरता से ध्यान नहीं देंगी, तब तक ऐसे हादसे होते रहेंगे।