
बाघमारा के चिटाही धाम में आयोजित नौ दिवसीय भव्य वार्षिक महोत्सव एवं श्री राम महायज्ञ को लेकर मंगलवार को यज्ञ मंडप से भव्य कलश यात्रा निकाली गई। बाजे गाजे के साथ निकली कलश यात्रा में कोयलांचल सहित अन्य जिले समेत अन्य राज्यो के लाखों महिला-पुरुष एवं कन्या श्रद्धालु शामिल हुए। पंडित द्वारा भूमि, गंगा और पंचदेवता पूजा कर वैदिक मंत्रोच्चार के साथ कलश में जल धारण कराने के पश्चात जलयात्रा में शामिल कलश धारियों द्वारा निकले जय श्री राम के नारों से माहौल भक्ति मय हो गया। कलश यात्रा में कई आकर्षक झांकी,ऊट, घोड़े, गाजे-बाजे शामिल थे. सुबह करीब छह बजे दामोदर नदी से बड़ी संख्या में महिलाओं ने स्नान कर कलश में जल भरा. इसके बाद करीब पंद्रह किमी पैदल यात्रा कर सभी यज्ञ स्थल पर पहुंचे.जहां कलश स्थापित कराया गया।
कलश यात्रा के दौरान कई जगहो में श्रद्धालुओं के लिए नींबू पानी,शर्बत, फल, आदी की व्यवस्था स्टॉल लगा कर किया गया था..भक्तजनों को फल , शर्बत पानी पिलाया गया। कानपुर के कलाकारों ने भगवान गणेश, राधा कृष्ण सुदामा, मां काली का विकराल रूप की झांकियां प्रस्तुत की। झांकी में नागपुर , कोलकता , बिहार, ओडिशा, झारखंड अन्य राज्यों से आए कलाकारों ने सुंदर झांकियां दिखा दर्शकों का मन मोह लिया , ढोल ताशे वाले अपनी कला का प्रदर्शन कर रहे थे।
सुसज्जित ऊंट तथा सुसज्जित घोड़ा रथ यात्रा की शान बढ़ा रहे थे। भजन कीर्तन की मंडली कर्ण प्रिय भजनों की घटा बिखेर रही थी।
डीजे के धार्मिक भजनों पर राधा, कृष्ण, शंकर एवं काली के अनोखे नृत्य को देखकर सभी अभिभूत हो रहे थे। दादरी की ढोल ताशा पार्टी ने अपनी कला के प्रदर्शन से समां बांध दिया।स्वचालित झांकियों के क्रम में भगवान राम का समुद्र में बाण मारने का प्रयास नामक झांकी ने सभी का मन मोह लिया। बैंड ने धार्मिक धुनों पर कला का प्रदर्शन किया। बुलंद बैंड गजरौला ने भी धार्मिक गीतों पर कमाल दिखाया। ढोल ताशा पार्टी इस्लामनगर ने पुराने जमाने की याद को ताजा कराते हुए अपना करिश्मा दिखाया। भगवान शंकर के पिंडी में प्रकट होने की झांकी अद्वितीय थी।शबरी का भगवान राम को झूठे बेर खिलाने वाली झांकी ने सभी को आश्चर्य चकित कर दिया। झांकी बहुत सुंदर थी।माता महाकाली की झांकी अपने आकर्षण से सभी को मोहित कर रही थी। संतोषी माता की मूर्ति तो ऐसी शोभायमान हो रही थी जैसे साक्षात मंदिर में विराजमान हो।भगवान विष्णु एवं माता महालक्ष्मी द्वारा धन वर्षा की जा रही थी जिसे देखकर सभी दर्शक निहाल हो रहे थे। माता सरस्वती का बाल कृष्ण को संगीत मय करने की झांकी अत्यन्त आकर्षक थी। झांकीयों ने अपनी भव्यता के कारण सभी को शीश झुकाने के लिए विवश कर दिया।
वहां जय श्री राम के जय जयकारों से गुंजायमान हो उठा। कलश यात्रा के दौरान धर्म की जय हो, अधर्म का नाश हो, प्राणियों में सछ्वावना हो, विश्व का कल्याण हो, हर हर महादेव, जयश्रीराम के उद्घोष से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया था। डीजे की धुन पर डांस करते हर-हर महादेव जय श्री राम आदि का जयकारा लगाते रहे । कड़ाके की ठंड पर श्रद्धालुओं की आस्था भारी पड़ रही थी।हर तरफ उत्साह का माहाैल दिखा। सुबह दस बजे से ही सडक क़े किनारे दोनो और लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी।
चाैक-चाैराहे काे आकर्षक ढंग से सजाया गया। महूदा नवागढ़ समेत अन्य चाैराहे पर रंगाेली सजाई गई। इस पल को महिला-पुरुष एवं नन्हें-मुन्ने बच्चे और कन्या श्रद्धालु ने मुख्य यजमान बाघमारा सांसद ढुल्लु महतो संग सेल्फी लेकर यादगार बनाया तो कईयों ने मनमोहक झाँकीयों के साथ व एक दूसरे संग सेल्फी लेकर यादगार बनाया मुख्य यजमान सांसद ढुल्लु महतो ने श्रद्धालुओं को धर्म का सार बताते हुए कहा आज आधुनिकता के दौर में हमें अपनी संस्कृति और आध्यात्मिक शक्तियों को स्मरण करना जरूरी है।
भक्तो ने कलश यात्रा से जुड़े भव्य झांकियों को देखकर मंत्रमुग्ध हो गए।