
धनबाद: मधुबन थाना क्षेत्र में बाबूडीह के पास खरखरी जंगल में हिलटॉप आउटसोर्सिंग कंपनी का परिसर गुरुवार को रणक्षेत्र बन गया। स्थानीय रैयत और कंपनी समर्थकों के बीच हिंसक झड़प हो गई।
दोनों ओर से 100 राउंड से अधिक गोलियां चलाई गईं। दर्जनों बमों का धमाका भी किया गया।
आधा दर्जन थाने की पुलिस घटनास्थल पर पहुंची, लेकिन उसके सामने ही हिंसक झड़प होती रही। कंपनी समर्थकों ने गिरिडीह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी के फुलारीटांड़ आफिसर्स कालोनी बुदौड़ा अवस्थित आवासीय कार्यालय में आग लगा दी।

एसडीपीओ दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे
सूचना मिली तो बाघमारा एसडीपीओ पुरुषोत्तम कुमार सिंह दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। भारी पुलिस बल देखकर दोनों पक्ष के लोग दुबक गए। थोड़ी देर बाद बाघमारा एसडीपीओ पूछताछ करने के लिए कंपनी समर्थक कोयला धंधेबाज कारू यादव के खरखरी मार्केट पहुंचे और कारू को हिरासत में लेकर गाड़ी में बैठाने का प्रयास किया। वहां घात लगाए कारू समर्थकों ने मार्केट के ऊपर से पथराव कर दिया। इसमें एसडीपीओ घायल हो गए।
सिनीडीह नर्सिंग होम में प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए धनबाद असर्फी अस्पताल रेफर कर दिया गया। उन्हें सिर में चोट लगी है। जमकर हुई पत्थरबाजी के कारण पुलिस को पीछे हटना पड़ा। इस बीच मौके का फायदा उठाकर कारू समर्थकों ने उसे छुड़ा लिया और भगा दिया।
इस घटना में सुभाष सिंह नामक आजसू समर्थक को भी गोली लगी। प्रारंभिक उपचार के लिए उसे उमाशंकर क्लीनिक ले जाया गया। वहां से धनबाद एसएनएमएमसीएच रेफर कर दिया गया। इस घटना को लेकर इलाके में भारी तनाव है। पुलिस पूरे इलाके में गश्त कर रही है।
हिलटॉप आउटसोर्सिंग कंपनी के काम शुरू करने का रैयत कर रहे थे विरोध
मधुबन थाना क्षेत्र में बीसीसीएल के गोविंदपुर एरिया तीन में हिलटाप आउटसोर्सिंग कंपनी परिसर में चहारदीवारी का निर्माण कार्य चल रहा था। बुधवार को गिरिडीह सांसद ने कंपनी को काम नहीं शुरू करने की चेतावनी दी थी। इसके बाद भी कंपनी द्वारा काम शुरू कर दिया गया। इसके विरोध में रैयतों ने प्रदर्शन किया। इसपर कंपनी समर्थकों और रैयतों के बीच झड़प हो गई।
सौ राउंड से अधिक गोलियां चलाई गईं
इस कारण हालात बिगड़ गए और दोनों के समर्थकों के बीच टकराव हो गया। दोनों पक्षों की ओर से सौ राउंड से अधिक गोलियां चलाई गईं और बम विस्फोट किए गए। दो दर्जन से अधिक बाइक को आग के हवाले कर दिया गया। दर्जनों लोग घायल हुए। समाचार लिखे जाने तक धनबाद के एसएसपी, एसडीएम, ग्रामीण एसपी, धनबाद, निरसा एवं सिंदरी के डीएसपी सहित भारी संख्या में पुलिस बल मधुबन थाना क्षेत्र में कैंप कर रहे थे।
रैयतों का आरोप : रैयतों का कहना है कि कंपनी द्वारा उचित मुआवजा, पुनर्वास और रोजगार का वादा पूरा नहीं किया गया। उन्होंने कंपनी पर रैयतों की मांगों को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया। दूसरी ओर प्रशासन ने दोनों पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
क्षेत्र में दहशत का माहौल है और स्थानीय निवासियों में भय
इस घटना से क्षेत्र में दहशत का माहौल है और स्थानीय निवासियों में भय है। बता दें कि बुधवार को सांसद और कंपनी प्रबंधन के बीच वार्ता हुई थी। गिरिडीह सांसद ने कंपनी प्रबंधन के साथ बातचीत के दौरान स्पष्ट किया था कि रैयतों की मांगों को पूरा किए बिना काम शुरू नहीं किया जाए। इसके बावजूद गुरुवार को आउटसोर्सिंग कंपनी ने काम शुरू कर दिया।